Hindi Short Stories with Moral, छोटी-छोटी नैतिक कहानियां हिंदी में पढ़े। सच में यह Moral Stories in Hindi काफी ज्यादा प्रेरणादायक होती हैं। वही इन कहानियों से अंत में हमेशा कुछ न कुछ सीख जरूर मिलती है। इसलिए हिंदी कहानियां छोटे व बड़े सभी को हमेशा ही पसंद आती है।
Table of Contents
Short Stories in Hindi with Moral – नैतिक कहानियां हिंदी में
1. एकता में अटूट शक्ति (United We Stand, Divided We Fall)
एक किसान था। उसके चार बेटे थे। वे हमेशा आपस में लड़ते रहते थे। यह देखकर किसान बहुत दुखी हुआ। उसने उन्हें झगड़ा न करने की सलाह दी, लेकिन वह व्यर्थ रहा। एक दिन किसान बीमार पड़ गया। वह जानता था कि उसका अंत निकट है। उसने अपने बेटों को बुलाया। उसने उन्हें लाठियों का गट्ठर दिया। और इसे एक साथ तोड़ने को कहा।
लेकिन वे ऐसा करने में असफल रहते हैं। फिर किसान ने अपने बेटों से एक-एक करके लाठी तोड़ने को कहा। तब सभी बेटों ने लाठियां तोड़ दीं।
पिता ने कहा, “गट्ठर की तरह यदि तुम आपस में एकजुट हो जाओ। तो कोई भी आपको नुकसान नहीं पहुंचा सकेगा। किसान के चारों बेटों ने पिता के इस सबक को अच्छी तरह से समझ गए और फिर उन्होंने कभी झगड़ा नहीं किया।
Morel of the story
एकता में बल होता है। (Union is strength.)
2. लोमड़ी और कौआ (The Fox and the Crow)
एक बार एक लोमड़ी थी। वह बहुत भूखी थी। वह भोजन की तलाश में इधर-उधर गई। लेकिन उसे कहीं खाना नहीं मिला। भटकते-भटकते वह एक बगीचे में पहुंच गई। वहां उसने एक पेड़ में एक कौआ देखा। कौवे के पास चोंच में पनीर का टुकड़ा था।
लोमड़ी बहुत चालाक थी। वह कौए की तारीफ करने लगी। उसने कहा, ”प्रिय कौवे! आप बहुत सुन्दर हो। आपकी आवाज बहुत प्यारी है। कृपया मुझे एक गाना गाकर सुना दीजिए। कौआ अपनी तारीफ सुन कर खुश हो गया। और उसने गाने के लिए जैसे ही अपनी चोंच खोली। पनीर का टुकड़ा नीचे गिर गया। लोमड़ी ने उसे झट से खा लिया और वहां से भाग गई।
Morel of the stories
चापलूसों से सावधान रहें। (Beware or flatters.)
यह कहानी पढ़ें: जादुई चक्की की कहानी
3. भगवान बुध और लकड़हारा (God Mercury and the Woodcutter)
एक बार एक गरीब लकड़हारा था। एक दिन वह नदी के किनारे एक पेड़ काट रहा था। तो उसकी कुल्हाड़ी पानी में गिर गई। वह बहुत दुखी हो गया।
तब भगवान बुध प्रकट हुए। उन्होंने लकड़हारे से पूछा कि वह उदास क्यों है। लकड़हारे ने कहा कि उसकी कुल्हाड़ी पानी में गिर गई है।
भगवान बुध ने नदी में डुबकी लगाई। और एक सोने की कुल्हाड़ी निकाली। लेकिन लकड़हारे ने कहा, “यह मेरी नहीं है।” भगवान बुध फिर नदी में डुबकी लगाई। और चांदी की कुल्हाड़ी निकाली। लेकिन लकड़हारे ने फिर कहा, “यह मेरा नहीं है।”
अब की बारी भगवान एक लोहे की कुल्हाड़ी ले आए। लकड़हारा इसे देखकर बहुत ज्यादा खुश हुआ। उसने कहा, ” भगवन यही मेरी कुल्हाड़ी है।” उसकी ईमानदारी पर भगवान प्रसन्न हुए।
और फिर तीनों कुल्हाड़ियाँ लकड़हारे को दे दीं।
Moral of the Story
ईमानदारी सबसे अच्छी नीति है। (Honesty is the best policy.)
4. लालची कुत्ता (The Greedy Dog)
एक कुत्ता बहुत भूखा था। वह इधर उधर गया। लेकिन उसे कहीं खाना नहीं मिला। उसने एक मांस की दुकान से मांस का एक टुकड़ा चुराया। वह इसे अकेले खाना चाहता था। इसलिए वह जंगल चला गया।
रास्ते में एक नदी थी। जब वह पुल पर गया तो उसने पानी में अपनी ही परछाई देखी। उसने सोचा कि यह कोई और कुत्ता है।
उस कुत्ते के पास भी मांस का टुकड़ा था। यह कुत्ता उस टुकड़े को भी खाने के लिए लालची हो गया। तो वह उस पर भौंकने लगा। जिससे उसका अपना मांस का टुकड़ा भी पानी में गिर गया। जिससे वह बहुत दुखी हो गया। लेकिन अब बहुत देर हो चुकी थी।
Moral of the Story
लालच एक अभिशाप है। (Greed is a curse.)
Best Short Stories in Hindi with Moral
5. कबूतर और मधुमक्खी (The Dove and The Bee) – Moral stories in Hindi
एक बार एक मधुमक्खी थी। उसे बहुत तेज प्यास लगी। वह नदी में पानी पीने चली गई। लेकिन वह नदी में गिर गई। मधुमक्खी मरने ही वाली थी। तभी एक कबूतर ने उसको देख लिया।
कबूतर एक पत्ता तोड़ा। उसने पत्ते को पानी में फेंक दिया। मधुमक्खी उस पर चढ़ गई। उसकी जान बच गई। उसने कबूतर को धन्यवाद किया और फिर वह उड़ गई।
कुछ दिन बीतने के बाद एक शिकारी आया। उसने कबूतर को देखा। उसने कबूतर को निशाना बनाया। मधुमक्खी ने यह सब देखा तो। उसने शिकारी को डंक मार दिया। उसकी बंदूक नीचे गिर गई। और कबूतर उड़ गया। उसने मधुमक्खी को भी धन्यवाद दिया।
कहानी की सीख (Short Stories Moral)
कर भला, तो हो भला। (Do good, have good.)
यह कहानी पढ़ें: लालची शेर की कहानी
6. अपना वही जो आवे काम (A Friend In Need Is A Friend Indeed)
मोहन और सोहन दो दोस्त थे। मोहन अच्छा दोस्त था। लेकिन सोहन स्वार्थी था। एक दिन वे एक जंगल से गुजर रहे थे। जंगल में भालू रहते थे। दोनों ने कहा कि यदि रास्ते में भालू मिलेगा तो मिलकर सामना करेंगे।
कुछ दूर चलने पर उन्होंने एक भालू देखा। वे बहुत ज्यादा डर गए थे। सोहन फौरन पेड़ पर चढ़ गया। उसने मोहन की परवाह नहीं की। मोहन को पेड़ पर चढ़ना नहीं आता था। मोहन जमीन पर लेट गया।
उसने अपनी सांस रोक ली। भालू ने आकर उसे सूँघा। उसने सोचा कि मोहन मर चुका है। इसलिए वह दूर चला गया। सोहन नीचे आया।
उसने मोहन के पास जाकर पूछा, “भालू ने तुम्हारे कान में क्या कहा?” मोहन ने जवाब दिया, “भालू ने मुझे झूठे दोस्तों से सावधान रहने के लिए कहा।”
कहानी से क्या सीखा
स्वार्थी मित्रों से सावधान रहें। (Beware Of Selfish friends.)
7. शेर और चूहा (The Lion and the Mouse)
एक बार जंगल में एक शेर रहता था। वह सो रहा था। पास में एक चूहा रहता था। यह अपने बिल से बाहर आया। वह शेर के ऊपर कूदने लगा।
शेर जाग गया। उसने चूहे को पकड़ लिया। चूहे ने शेर से माफी माँगा और कहा की मुझे छोड़ दो। शेर को उस पर दया आ गई। उसने चूहे को जाने दिया। उसने धन्यवाद किया और कहा कि मुसीबत में उसकी मदद करेगा। शेर हँसने लगा भला अंगुली बराबर चूहा मेरी क्या मदद करेगा?
एक दिन जंगल में एक शिकारी आया। उसने जाल बिछाया। शेर उसमें फंस गया। वह दहाड़ने लगा। चूहे ने उसकी दहाड़ सुनी। वह बिल से बाहर आ गया है। और जाल काट दिया। शेर शिकारी के जाल से आजाद हो गया। उसने चूहे को मदद के लिए धन्यवाद दिया।
Moral of the Story
अच्छा करो, अच्छा पाओ (Do Good, Have Good)
यह Short Stories in Hindi पढ़ें: शेर और चतुर खरगोश की कहानी
8. भेड़िया और मैमना (The Wolf and the Lamb)
एक बार एक भेड़िया था। उसे प्यास लगी। वह एक नदी पर गया। वह पानी पीने लगा। उसने एक मेमने को देखा। वह पहले से ही पानी पी रहा था। और वह नीचे की तरफ था।
भेड़िए के मुंह में पानी आ गया। वह मेमना को खाना चाहता था। उसने मेमने से कहा।
“तुम पानी को मैला क्यों कर रहे हो?” मेमने ने उत्तर दिया, “सर, पानी आपकी ओर से मेरी ओर बह रहा है। मैं इसे मैला कैसे बना सकता हूँ?”
अब भेड़िये ने कहा, “पिछले साल तुमने मुझे गाली क्यों दी?” मेमने ने उत्तर दिया, “मैं तो तब पैदा ही नहीं हुआ था।” इस पर भेड़िया फिर बोला, “
तो वह तुम्हारी माँ थी। यह कहकर उसने मेमने को मार डाला। फिर उसने उसे खा लिया।
कहानी की सीख
शक्तिशाली ही सही होता है। (Might is Right.)
9. छिपा खजाना – The Hidden Treasure (Short Stories in Hindi)
एक बार एक बूढ़ा किसान था। उसके चार बेटे थे। चारों बहुत आलसी थे। वे कुछ नहीं करते थे। वे हमेशा लड़ते रहते थे।
एक दिन किसान बीमार पड़ गया। वह जानता था कि उसकी मृत्यु निकट है। उसने अपने बेटों को बुलाया। और कहा, हमारे खेत में खजाना है।
मेरी मृत्यु के बाद इसे खोद के निकाल लेना। फिर किसान की मौत हो गई।
बेटे खेत में चले गए। उन्होंने पूरे खेत को खोद डाला। लेकिन वहां कोई खजाना नहीं था। वहीं पर एक बुद्धिमान व्यक्ति थे। उन्होंने उनसे खेत में गेहूं बोने की सलाह दी। चारों बेटों ने गेहूं बोया। फसल बहुत अच्छी हुई। अब वे अपने पिता की बात समझ चुके थे। उन्होंने कड़ी मेहनत का मूल्य सीखा। वे मेहनत करने लगे।
Moral of the story
बिना मेहनत के, कोई लाभ नहीं मिलता। (No Pains, No Gains.)
10. खरगोश और कछुआ (The Hare and the Tortoise)
एक बार एक खरगोश था। वह एक जंगल में रहता था। वहीं एक कछुआ भी था। दोनों दोस्त बन गए। एक दिन खरगोश कछुए पर हँसा।
उसने कहा कि क्या कछुआ भाई तुम बहुत धीमा चलते हो। कछुआ अपमान सहन नहीं कर सका। उसने खरगोश से दौड़ लगाने को कहा।
एक लक्ष्य निर्धारित किया गया। और दौड़ शुरू हो गई। खरगोश तेजी से भागने लगा। वह बहुत आगे आ गया। उसने सोचा की अभी वह कछुआ से बहुत आगे है। इसलिए थोड़ी देर आराम कर लेता है। वह सो गया। कछुआ धीरे-धीरे चलता रहा।
वह खरगोश के पास से गुजरा। खरगोश सो रहा था। वह नहीं रुका। कछुआ लक्ष्य तक पहुँच गया। कुछ देर बाद खरगोश जाग गया। वह तेजी से भागा। लेकिन कछुआ रेस जीत गया था।
Moral of the Story
धीमी किन्तु लगातार चलने वाला ही जीतता है। (Slow And Steady Wins The Race.)
FAQ: The Stories in Hindi
Q: किसान के बेटे लकड़ी का गट्ठर क्यों नहीं तोड़ पाए?
Ans: क्योंकि एकता में बल होता है।
Q: लोमड़ी ने कौआ से पनीर का टुकड़ा कैसे छीना?
Ans: कौवे की बड़ाई की और गाने के लिए बोला।
Q: भगवान बुध ने गरीब लकड़हारे को तीनों कुल्हाड़ी क्यों दे दी?
Ans: भगवान बुध ने गरीब लकड़हारे को तीनों कुल्हाड़ी उसकी ईमानदारी को देखकर दे दी।
Q: शेर और चूहा कहानी से हमें क्या सीख मिलती है?
Ans: कभी भी किसी को छोटा नहीं समझना चाहिए। क्योंकि अपनी जगह पर सभी महान है।
Q: किसान ने क्यों कहा कि हमारे खेत में खजाना है?
Ans: क्योंकि उसे पता था कि उसके बेटे आलसी अतः वे खेती नहीं करेंगे। इसलिए वह ऐसा कहा। ताकि वे मेहनत करना सीख जाए।
Q: कछुआ क्यों जीत गया?
Ans: क्योंकि कछुआ बिना रुके अपने लक्ष्य तक चलता रहा।
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आपने इस लेख में पढ़ा है Short Stories in Hindi with Moral उम्मीद है आपको यह The Stories in Hindi पढ़कर अच्छा लगा होगा। ऐसे ही मजेदार और प्रेरणादायक कहानी को पढ़ते रहने के लिए Hindi Read Duniya.com को फॉलो जरूर करें।
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