अच्छे निबंध के लिए क्या आवश्यक है? (How to write Essay in Hindi), निबंध क्या है? अच्छा निबन्ध कैसे लिखें? निबन्ध के अंग, निबंध के प्रकार, निबंध की शुरुआत कैसे करते हैं? निबंध में सबसे पहले क्या लिखना चाहिए? इस लेख में इसके बारे में विस्तार से पूरी जानकारी दी गई जिसकी जिसे पढ़ने के बाद आपके सारे डाउट खत्म हो जाएगें। और आप किसी भी विषय पर निबंध आसानी से लिख पाएंगे।
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निबंध क्या है? (What is essay in Hindi)
निबंध आधुनिक साहित्य की अत्यन्त लोकप्रिय गद्य-विधा है। इंग्लिश में निबंध को ‘Essay’ कहते हैं, जो लैटिन भाषा के ‘Exagium’ शब्द से बना है। इस शब्द का अँग्रेजी में अर्थ होता है- अपने मन के भावों को व्यक्त करने का प्रयास करना। निबन्ध मन की एक शिथिल विचार तरंग है, जो असंगठित, अपूर्व और अव्यवस्थित होती है। जब इस तरंग को व्यवस्थित रूप में संगतिपूर्ण शब्दों के माध्यम से लिखा जाता है, तब यह निबन्ध होता है। लेखक के मन की विशेष भाव – श्रृंखला की अभिव्यक्ति ही निबन्ध है।
हर व्यक्ति के अलग-अलग विचार के होते हैं और उनकी अपनी-अपनी शैली होती है। शैली में व्यक्तित्व की स्पष्ट झलक होती है। यही कारण है कि एक ही विषय पर लोग भिन्न-भिन्न प्रकार से विचार व्यक्त करते हैं। और इसलिए निबन्ध को हम सीमित नहीं कर सकते कि किसी विषय पर बस इसी एक ही प्रकार से निबन्ध लिखा जाए।
निबंध विद्यार्थियों के भाषा-ज्ञान को परखने की कसौटी है। निबन्ध ही परीक्षा का वह प्रश्न है जिससे बच्चों की लेखन-शैली के कौशल का विकास परखा जाता है। परीक्षक यह देखना चाहता है कि अपने ज्ञान को संयोजित कर छात्र किस प्रकार उसे सरस, व्यवस्थित और प्रभावशाली भाषा-शैली में व्यक्त कर सकता है।
How to write Essay in Hindi – अच्छा निबन्ध कैसे लिखें?
जब आप निबंध लिखना शुरु करें तो अपने विचारों को क्रमानुसार सुव्यवस्थित ढंग से आगे बढ़ाना चाहिए, इसलिए निबंध लिखने के पूर्व उस विषय पर भली-भांति विचार कर लेना चाहिए। इसके लिए सबसे पहले-
1. निबंध को शीर्षकों (Points) में बाँट लेना चाहिए।
2. इन शीर्षकों को उपशीर्षकों (Subtitles) में बाँट लेना चाहिए।
3. यदि उपशीर्षकों में बांटना संभव न हो तो कम-से कम निबंध को प्रस्तावना (Introduction), विषय-विस्तार (Body) और उपसंहार (Conclusion) इन तीन शीर्षकों में बाँटना भी पर्याप्त होता है।
एक अच्छा निबंध लिखने के लिए निम्नलिखित बातें ध्यान में रखना चाहिए:
- एकसूत्रता निबंध का मुख्य आधार है। यहाँ एकसूत्रता से तात्पर्य दिए गए विषय को क्रमानुसार और सुव्यवस्थित ढंग से लिखने से है।
- निबंध की भाषा सरल और स्पष्ट होनी चाहिए।
- शब्द सीमा का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
- किसी भी विचारों की पुनरावृत्ति से बचना चाहिए।
- लिखने के बाद उसे पढ़िए, और उसमें आवश्यक सुधार कीजिए।
- भाषायी त्रुटियाँ तथा वर्तनी को सुधारिए।
- विराम-चिह्नों का उचित जगह पर प्रयोग करना निबंध को निखारता है।
- भाषा में प्रवाह और बोधगम्यता होनी चाहिए।
- कोई उपयुक्त कथन याद हो तो उसे यथास्थान जोड़ना चाहिए।
सीमित समय में तथा सीमित शब्दों में अच्छा निबन्ध किस प्रकार लिखें?
निबन्ध लिखने में मुख्य रूप से हमें विचार-समूह अर्थात् आधार-सामग्री पर ध्यान देना आवश्यक है। और फिर भाषा-शैली तथा वाक्य-गठन भी भावानुकूल होना चाहिए। निबन्ध लिखने से पहले हमें विषय का सही चुनाव करना चाहिए। ऐसा विषय चुनना चाहिए जिसके बारे में भली-भाँति जानकारी हो। निबंध की भाषा सरल व रोचक होनी चाहिए। आपकी भाषा में प्रवाह और बोधगम्यता होनी चाहिए।
निबंध लिखने से पहले विषय की रूपरेखा सुव्यवस्थित तथा रोचक ढंग से तैयार कर लेनी चाहिए। रूपरेखा बन जाने के बाद उसके आधार पर निबंध लिखना चाहिए।
भाषा-लेखन में सतर्कतापूर्वक वर्तनी की अशुद्धियों पर विशेष ध्यान देकर शुद्ध लिखना चाहिए। विराम-चिह्नों का उचित प्रयोग आवश्यक है। निबन्ध में आवश्यकतानुसार अनुच्छेद का परिवर्तन एक भाव या विचार समाप्त होने पर करना चाहिए। एक बिन्दु को एक अनुच्छेद में पूर्ण रूप से अभिव्यक्त करना चाहिए। निबन्ध के बीच-बीच में अपनी बात की पुष्टि के लिए या विचारों में दृढ़ता लाने के लिए प्रमाणस्वरूप यथास्थान विद्वानों के उद्धरण चाहे वे किसी भी भाषा में हों ज्यों-के-त्यों लिखने चाहिए। उद्धरण को अवतरण चिह्न “…” भाषा में ही लिखना चाहिए। परन्तु मूल रूप से याद न होने पर विद्वानों के उन विचारों को अपनी भाषा में भी लिख सकते हैं, तब अवतरण चिह्न “…” का प्रयोग न करें।
भाषा के प्रयोग में एक आवश्यक सावधानी रखें कि किसी भी शब्द या वाक्य की पुनरावृत्ति न हो, अन्यथा भाषा का लालित्य समाप्त होकर निबन्ध प्रभावशाली नहीं रह पायेगा ।
निबन्ध के अंग
प्रत्येक निबन्ध के मुख्य रूप से निम्नलिखित तीन अंग होते हैं –
(1) प्रस्तावना, (2) विषय-विस्तार और (3) उपसंहार ।
निबंध में प्रस्तावना में क्या लिखा जाता है?
प्राय: प्रस्तावना कैसे लिखे छात्रों को यह दुविधा रहती है। उन्हे लगता है कि निबंध की शुरुआत कैसे करें? अतः अच्छे प्रारम्भ के लिए कुछ बातें ध्यान में रखें क्योंकि यदि प्रारम्भ ही गलत दिशा में हो गया तो आखिर में पूरे निबन्ध का ढाँचा बिगड़ जाता है।
निबंध का प्रारम्भ यदि किसी विद्वान के उद्धरण (कहावत) से करें तो उचित होता है। प्रारम्भ में किस विषय पर आप निबन्ध लिख रहे हैं, वह क्या है ? उसकी परिभाषा या विषय का स्पष्टीकरण और उसके स्वरूप का विवेचन कर दें। उस समय विशेष का हमारे जीवन में, हमारे समाज में या वर्तमान सन्दर्भों में उसकी क्या समसामयिक उपयोगिता है? यह लिखें। फिर प्राचीनकाल में इस सम्बन्ध में क्या विचार थे या क्या स्थिति थी और उसमें क्यों और कैसे परिवर्तन आया? यह सब लिखें।
विषय-विस्तार मे क्या लिखे?
निबंध का प्रस्तावना लिखने के बाद हम निबन्ध के विषय के जितने क्षेत्र और पक्ष हो सकते हैं, उनके आधार पर निबन्ध को आगे बढ़ाते हैं। इसमें भी पुनरावृत्ति से बचना चाहिए। एक स्वतन्त्र बात या विचार को एक अनुच्छेद में रखें। विषय से सम्बन्धित जो भी बात हो, वह छूटने न पाये। विषय के बारे में जो भी जानकारी हो, वह व्यवस्थित रूप में लिखनी चाहिए।
किसी भी विषय के बारे में उसके भूतकाल, वर्तमान स्वरूप और भविष्य की क्या रूपरेखा होगी, यह लिख देना चाहिए। उदाहरण के लिए- विज्ञान के विषय में प्राचीनकाल में उसकी क्या स्थिति थी ? वर्तमान समय में उसकी क्या गतिविधि है और जीवन का क्या लाभ है ? यह लिखकर भविष्य की सम्भावनाएँ लिख देनी चाहिए। इस प्रकार आसानी से किसी भी विषय पर निबन्ध लिखा जा सकता है। आपके लिखने की भाषा-शैली रोचक होनी चाहिए।
महापुरुषों के उद्धरण भी लिख देने चाहिए। उससे हमारी बात में दृढ़ता आ जाती है। निबन्ध के मध्य में ही लेखक, पाठक को अपने तर्क समझाने का प्रयत्न करता है। यही भाग निबन्ध का सबसे अधिक विस्तृत भाग होता है। प्रारम्भ से इस भाग का सम्बन्धित होना आवश्यक है और इसके सभी सिद्धान्त वाक्य अन्त की ओर उन्मुख होने चाहिए।
उपसंहार कैसे लिखे?
यह निबंध का अन्तिम महत्वपूर्ण भाग होता है। लेखक को यह भाग अत्यंत सावधानीपूर्वक लिखना चाहिए। उपसंहार की सफलता पर ही निबन्ध की सफलता निर्भर करती है। निबन्ध का उपसंहार आकर्षक और सारगर्भित होना चाहिए। हमें निबन्ध का अन्त वहाँ करना चाहिए, जहाँ विषय का विवेचन हमारी जिज्ञासा को पूरी तरह सन्तुष्ट कर दें। जो कुछ हमने निबन्ध में लिखा है, उपसंहार में उसका सारांश संक्षेप में एक अनुच्छेद में लिखना होता है।
निबंध का अंतिम भाग में ऐसा न लगे कि निबंध अनायास ही समाप्त हो गया है। निबंध के समाप्त हो जाने पर भी लेखक की विचारधारा का मूल भाव पाठक के मन में बार-बार आता रहे। वही सफल अन्त होता है, जिसमें पढ़ने वाले का ध्यान लेखक के तर्कपूर्ण संगत भावों की ओर आकर्षित हो जाए। और वह विषय के गुण-दोष दोनों को जानकर अपना एक मत निश्चित कर सके। अतः इस प्रकार से लिखा गया निबंध एक सफल निबंध होगा। अब आप जान चुके हैं How to Write Essay in Hindi.
निबंध के प्रकार
वैसे तो निबंध कई प्रकार के होते है किन्तु मुख्य रूप से निबन्ध के चार प्रकार के होते हैं-
- वर्णनात्मक,
- विवरणात्मक,
- विवेचनात्मक,
- आलोचनात्मक ।
वर्णनात्मक निबंध किसे कहते हैं?
ऐसे निबन्ध जिनमें किसी देखी हुई वस्तु या दृश्य का वर्णन होता है। उन्हें वर्णनात्मक निबंध कहते हैं, जैसे – यात्रा, पर्व, मेला, नदी, पर्वत, समुद्र, पशु-पक्षी, ग्राम, रेलवे स्टेशन आदि का वर्णन ।
विवरणात्मक निबंध किसे कहते हैं?
इसे चरित्रात्मक निबंध भी कहते हैं। इस प्रकार के निबंधो में ऐतिहासिक घटनाओं, ऐतिहासिक यात्राओं तथा महान् पुरुषों की जीवनियों एवं आत्मकथा आदि के बारे में वर्णन होता है।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर निबंध 500 शब्दों में
विवेचनात्मक निबंध किसे कहते हैं?
इसको विचारात्मक निबंध भी कहा जाता है। इन निबन्धों में प्रमुख रूप से विचारों की प्रधानता होती है। इसलिये इन्हें विचारात्मक या विवेचनात्मक निबंध कहते हैं। इस प्रकार के निबन्धों में भावनात्मक विषयों पर भी लिखा जाता है। जैसे दया, क्रोध, श्रद्धा-भक्ति, अहिंसा, सत्संगति, परोपकार आदि विषयों पर लिखे गये निबंध इसी की श्रेणी में आते हैं।
यह भी पढ़ें – रस किसे कहते हैं और कितने प्रकार के होते हैं?
आलोचनात्मक निबंध किसे कहते हैं?
आलोचनात्मक निबन्धों के अन्तर्गत सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक, धार्मिक एवं साहित्यिक इत्यादि प्रकार के निबन्ध आते हैं। इस प्रकार के निबन्धों में तर्क-वितर्क द्वारा पक्ष-विपक्ष को प्रस्तुत किया जाता ।
सम-सामयिक समस्याओं से सम्बन्धित निबन्ध में आतंकवाद, महँगाई की समस्या, साम्प्रदायिकता, जनसंख्या विस्फोट, बेरोजगारी एवं आरक्षण आदि की सम-सामयिक समस्याएँ सम्मिलित हैं।
आपके लिए कुछ निबंध के उदाहरण
- Essay Environment in Hindi
- Mahatma Gandhi Essay in Hindi
- शिक्षक दिवस पर निबंध
- दीपावली पर निबंध 500 शब्द
- इंटरनेट पर निबंध 500 शब्द में
- वायु प्रदूषण पर निबंध – Essay on Air Pollution
उम्मीद करता हूँ कि अब जान गए होंगे अच्छा निबंध कैसे लिखें? एक अच्छा निबंध लिखने के लिए किन किन बातों का ध्यान हमें रखना चाहिए। यह पोस्ट How to write Essay in Hindi को अपने दोस्तों के साथ शेयर कीजिए और हमारे Blog Hindi Read Duniya को सब्सक्राइब करने के लिए नीचे घंटी बटन को दबाएं और Allow पर क्लिक करें। धन्यवाद
FAQ How to Write Essay in Hindi
Q: निबंध की शुरुआत कैसे करते हैं?
Ans: निबंध की शुरुआत में आप किसी विद्वान के उद्धरण (कहावत) लिख सकते हैं। इसके बाद परिचय (प्रस्तावना) में जिस विषय पर आप निबन्ध लिख रहे हैं, वह क्या है? उसकी परिभाषा या विषय का स्पष्टीकरण और उसके स्वरूप का छोटा सा विवरण लिखें।
Q: निबंध में सबसे पहले क्या लिखना चाहिए?
Ans: निबंध में सबसे पहले प्रस्तावना लिखना चाहिए। जिसमें आप नबंध जिस विषय पर है उसका विवरण लिखना चाहिए।
Q: अच्छे निबंध के लिए क्या आवश्यक है?
Ans: अच्छे नबंध के लिए दिए गए विषय को क्रमानुसार और सुव्यवस्थित ढंग से लिखना चाहिए निबंध की भाषा सरल व स्पष्ट होनी चाहिए। ताकि भाषा में प्रवाह और बोधगम्यता बनी रहे। शब्द सीमा का विशेष ध्यान रखना चाहिए। और किसी भी विचारों की पुनरावृत्ति नही होना चाहिए।
उपसंहार का मतलब क्या होता है?
सामान्यत: निबंध के अन्त में प्रस्तुत किया जाने वाला वह हिस्सा जिसमें सम्पूर्ण कृति का सार, उसका अभिप्राय और स्पष्टीकरण समाविष्ट हों, उपसंहार कहलाता है।
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