इस लेख में जल संरक्षण पर निबंध 500 शब्दों में (Essay on save water in Hindi) शेयर किया गया है। जो कि आपके परीक्षा के लिए बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है। जल संरक्षण पर निबंध लिखना काफी सरल है। इस निबंध को देख कर आप भी आसानी से Essay on save water in Hindi लिखना सीख सकते हैं। जल संरक्षण आने वाले भविष्य के लिए भी अति आवश्यक है। क्योंकि जल है तो कल है ।
Table of Contents
जल संरक्षण पर निबंध 500 शब्दों में (Essay on save water in Hindi)
जल संरक्षण निबंध से संबंधित कुछ अन्य शीर्षक हैं जिनके लिए आप इस निबंध को इस्तेमाल कर सकते हैं।
जल की महत्ता
अथवा
जल है तो कल है
अथवा
बिन पानी सब सून
अथवा
जल जीवन का आधार
अथवा
जल ही जीवन है

“जल से जीवन, जल ही जीवन, जल जीवन का दाता है । जल-संरक्षण कर ले मानव, जल ही भविष्य निर्माता है ॥”
[विस्तृत रूपरेखा – (1) प्रस्तावना, (2) जल का महत्व, (3) जल के विभिन्न स्रोत, (4) जल का अभाव, (5) जल समस्या का समाधान, (6) उपसंहार ।
प्रस्तावना –
सृष्टि की रचना जल, वायु, अग्नि, पृथ्वी, और आकाश पाँच तत्वों से हुई है। जिसमें जल का भी बहुत ज्यादा महत्त्वपूर्ण स्थान है। और संसार के दैनिक जीवन में भी जल एक आवश्यक तत्व है। इसके बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है।
जल का महत्व –
पृथ्वी पर रह रहें सभी जीव-जन्तुओं, पशु-पक्षियों, फसलों, वनस्पतियों, और पेड़ पौधों, आदि सभी के लिए जल अनिवार्य है। बिना पानी के इन सभी का अस्तित्व सम्भव नहीं है। जल से ही संसार में जीवन्तता दिखाई देती है। चारों ओर फैली हरियाली, फसलें, फल-फूल आदि सभी जल के कारण ही जीवित हैं। मानव तो बिना जल के जीवित रह ही नहीं सकता है। अतः सृष्टि में जल विशेष महत्त्वपूर्ण है। इसके बारे में रहीम जी ने लिखा है –
“रहिमन पानी राखिए बिन पानी सब सून। पानी गए न ऊबरे मोती मानस चून ।”
धरती पर जल प्राप्त करने के विभिन्न प्रकार के कई स्रोत हैं। सागरों में अथाह जल भरा है किन्तु वह खारा है, इसलिए वह हर प्रकार की पूर्ति नहीं कर पाता है। पानी का मूल स्रोत वर्षा है। बारिस का पानी ही नदियों, तालाबों, जलाशयों में एकत्रित होकर जल की पूर्ति करता रहता है। इसके अतिरिक्त पहाड़ों पर जमने वाली बर्फ पिघलकर जल के रूप में नदियों में आती है। कुआँ, नल कूप आदि के द्वारा पृथ्वी के नीचे भण्डारित जल को प्राप्त किया जाता है।
जल का अभाव –
विगत वर्षों में जल की निरन्तर कमी हो रही है। वर्षा कम हो रही है जिससे धरती का जल स्तर लगातार गिर रहा है। जल की समस्या भारत में ही नहीं दुनिया भर में हो रही है। कुछ स्थानों पर तो जल के लिए त्राहि-त्राहि मची है। और वही कुछ लोगों का यहाँ तक मानना है कि संसार का तीसरा विश्व युद्ध पानी के लिए ही होगा।
जल की कमी को देखते हुए यह आवश्यक है कि हम जल का पूरी तरह सदुपयोग करें। वर्षा के समय जो पानी नालों और नदियों के द्वारा बहकर समुद्र में चला जाता है, उसे इकट्ठा करके उपयोग में लाएँ। वर्षा काल में पानी को पृथ्वी में नीचे पहुँचाया जाए तो जल स्तर ऊपर आएगा। इसलिए जल की इस समस्या के प्रति सजग रहना आवश्यक है।
उपसंहार –
यदि समय रहते जल संरक्षण की ओर ध्यान न दिया गया तो संसार का विनाश होना निश्चित हो जाएगा। जल के बिना किसी का भी जीवित रहना सम्भव नहीं है। सत्य यह है कि जल ही जीवन है। इसलिए जल की पूर्ति आवश्यक है। अतः अब समय आ गया है कि बिना अधिक विलम्ब किये मानव को जल के अपव्यय को रोकने के साथ-साथ उसके संरक्षण हेतु प्रभावी उपाय करने चाहिए। तभी हमारी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य सुरक्षित हो सकेगा। और यह कोई सलाह मात्र नहीं, चेतावनी भी है।
जल संरक्षण पर निबंध 150 शब्दों में
- वाहन धोने के लिए पाइप के उपयोग से बचना चाहिए इससे अधिक पानी बर्बाद होता है।
- सार्वजनिक स्थलों की नलों की टोंटियां को उपयोग के बाद हमेशा बंद कर के रखना चाहिए।
- जानवरों को गार्डन में स्नान करा सकते हैं जिससे जानवरों के स्नान के साथ गार्डन को भी पानी मिल जाएगा और जल संरक्षण होगा।
- बरसात के पानी को जमा कर शौच में और खेतों की सिचाई आदि के लिये एक अच्छा उपाय है जिससे स्वच्छ जल को पीने और भोजन पकाने के लिये बचाया जा सकता है।
- शावर, टब की जगह हमें बाल्टी से स्नान करना चाहिए क्योंकि शावर और टब में नहाने से अधिक पानी व्यर्थ होता है।
- बर्तन को धुलते समय नल के स्थान पर टब का प्रयोग करना से जल का संरक्षण किया जा सकता है।
- ब्रश करते समय नल को बंद रखें तथा आवश्यकता होने पर ही नल खोलें ।
- छोटे व बड़े पोखरों और तालाबों का निर्माण किया जाए, जो लगभग 10 मीटर तक गहरे हों। जिसमें बरसात के पानी उपयोग के लिए रोका जा सके।
- सिचाई के लिए पाईप की जगह फुहारा प्रणाली का उपयोग करना चाहिए।
- अधिक से अधिक पेड़ लगाने के लिए लोगों को जागरूक करना चाहिए।

तो दोस्तों जल संरक्षण पर निबंध आपके लिएबहुत महत्वपूर्ण है। जिसका शीर्षक इस प्रकार से है “जल संरक्षण पर निबंध 500 शब्दों में” अथवा “Essay on save water in Hindi” यह निबंध आपके लिए बहुत उपयोगी है अतः आपको Jal sanrakshan par nibandh in Hindi 500 शब्दों में लिखना जरूर से आना चाहिए।
इसी प्रकार के और भी उपयोगी, ज्ञानवर्धक और मनोरंजक जानकारी हिंदी में पढ़ने के लिए Hindi Read Duniya को सबस्क्राइब जरूर करें। निबंध को पूरा पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद!
Read More Essay:
FAQs:
Q: जल संरक्षण पर निबंध कैसे लिखें?
Ans: जल संरक्षण पर निबंध लिखने के उपर दिए गए निबंध को ध्यान से पढ़िए आपको समझ में आ जाएगा। और एक अच्छा निबंध कैसे लिखें इसके लिए यह पोस्ट जरूर पढ़ें।
Q: जल संरक्षण पर पाँच नारे लिखिए।
Ans:
1) कर लो अपने मन में निश्चय, करना है जल का संचय।
2) जल संरक्षण है मेरा सपना, ताकि खुशहाल रहे भारत अपना।
3) जल संरक्षण हमारा दायित्व ही नही कर्तव्य भी है।
4) जल ही जीवन है, इसके बिना सब निर्जन है।
5) पानी को हम बचायेंगे, देश में खुशहाली लायेंगे।
Read More जल प्रदूषण पर नारा
Q: जल संरक्षण से आप क्या समझते हैं?
Ans: जल संरक्षण वह प्रक्रिया है जिससे जल को साफ-स्वच्छ रूप में इकटूठा किया जाता है ताकि उसको भविष्य में उपयोग में लाया जा सके। इससे पूरे वर्ष जल के अभाव को रोका जा सकता है।
यह भी पढ़ें –
- जलवायु परिवर्तन पर निबंध | Essay on Climate Change in Hindi 500 words
- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ हिंदी निबंध 500+ शब्द | Beti Bachao Beti Padhao Nibandh
- विज्ञान : वरदान या अभिशाप | विज्ञान के चमत्कार [Wonder of Science Essay in Hindi]
- क्रिकेट पर निबंध (Cricket Essay in Hindi) | About cricket in Hindi
- जल संरक्षण पर निबंध 500 शब्दों में | Essay on save water in Hindi
- महिला सशक्तिकरण पर निबंध 500 शब्दों में | Essay on Women Empowerment in Hindi