ठंड मे बिना पानी के कैसे नहाए | Thand me Bina Pani ke Kaise Nahaye
ठंड मे बिना पानी के कैसे नहाए
मन यही ठंडी में गुनगुनाए
दादा-दादी, मम्मी-पापा, न जाने ठंडी में रोज कैसे नहाए
अंकित तो दस-दस दिन तक ठंडी में न नहाए
Poem हमारी कविता
ठंड मे बिना पानी के कैसे नहाए
मन यही ठंडी में गुनगुनाए
दादा-दादी, मम्मी-पापा, न जाने ठंडी में रोज कैसे नहाए
अंकित तो दस-दस दिन तक ठंडी में न नहाए
1. मत करो गंदा नदी तालाबों को, वर्ना पानी के लिए मरना पड़ेगा हम इंसानों को। 2. छत का पानी, बहता पानी सबका करो भराव, पानी है धन अनमोल इसका हर दिन करो बचाव। Slogans on water pollution in hindi
रोहित की कविताएं –
साधन नही है, पर साधना है, नीद लगी है, पर जागना है। पॉव थके है, पर भागना है, संघर्ष से नही हारना है। कुछ है नही पर कुछ करना है, हूँ मैं कमजोर न किसी का सहारा…
न मौन रहो तुम न मौन रहें हम,
रहै खुशी, न रहे कभी गम।
भारत माता कहती हैं,
अब अत्याचार न सहती हैं।
सैनिकों के कदम बढ़ते हैं।
भारतमाता के जय करते हैं।।