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साबूदाना शाकाहारी है या मांसाहारी, जानिए फैक्ट्री में | Sabudana Kaise Banta hai?

Sabudana Kaise Banta hai? साबूदाना शाकाहारी है या मांसाहारी, साबूदाना का पेड़ कैसा होता है? Factory me sabudana kaise banta hai?

साबूदाना शाकाहारी है या मांसाहारी, साबूदाना कैसे बनता है?

साबूदाना व्रत में इस्तेमाल होने वाले चीजों में सबसे ज्यादा होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर साबूदाना किससे बनता है? और फैक्ट्री में साबूदाना कैसे बनाया जाता है? क्या साबूदाना किसी अनाज से बनता है या फिर साबूदाना शाकाहारी है या मांसाहारी यह सभी जानकारी इस आर्टिकल में बताने वाला हूँ।

साबूदाना किससे और कैसे बनता है? Sabudana kaise banate hain?

साबूदाना किसी भी प्रकार के अनाज से नहीं बनता है, बल्कि यह एक सागो पाम (sago Palm) जो मुख्यरूप से पूर्वी अफ्रीका का पौधा है के तने से बनाया जाता है इस पेड़ का तना जब मोटा हो जाता है तो इसके बीच के हिस्से को पीसकर पाउडर बना लिया जाता है। और फिर इससे साबूदाना बनाया जाता है।

 Factory me sabudana kaise banta hai?(साबूदाना किससे और कैसे बनता है?)
साबूदाना किससे और कैसे बनता है?

और भारत में साबूदाना टैपिओका (Tapioca)  नामक पेड़ की जड़ो से बनाया जाता है। टैपिओका, ताड़ की तरह का एक पेड़ होता है। इसकी जड़े शकरकंद की तरह होती है काफी मोटी होती है। भारत में टैपिओका की खेती तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश और केरल में की जाती है।

साबूदाना का पेड़ कैसा होता है Sabudana ka ped kaisa hota hai

भारत में साबूदाने का उत्पादन सबसे तमिलनाडु आंध्रप्रदेस व केरल किया जाता है। लगभग 1943-1944 में भारत में इसका उत्पादन एक कुटीर उद्योग के रूप में हुआ था। साबूदाना टैपिओका की जड़ से बनता है। टैपिओका का पेड़, ताड़ के पेड़ जैसा दिखाई देता है। टैपिओका का तना खुर्दुरा होता है और थोड़ी-थोड़ी दूर पर उभरा हुआ पार्ट रहता है। इसकी पत्तियाँ काफी लंबी होती है और एक पत्ती में 5-7 लंबी कलिया पाई जाती हैं।

टैपिओका साबूदाना का पेड़
टैपिओका साबूदाना का पेड़

टैपिओका की जड़ सेम शकरकंद के जैसी दिखाई देता है इसका छिलका निकालने के बाद अंदर सफेद गूदा निकलता जिससे साबूदाना बनाया जाता है। टैपिओका के तने को गन्ने की तरह काटकर जमीन में लगाया जाता है। और 9 से 11 महीने में यह तैयार हो जाता है।

फैक्ट्री में साबूदाना कैसे बनाया जाता है? Factory me sabudana kaise banta hai?

साबूदाना बनाने के लिए सबसे पहले टैपिओका के पेड़ की जड़ो को हार्वेस्ट कर के निकाल लिया जाता है। और इसकी जड़ को कसावा रूट कहा जाता है। इसकी जड़ को निकालने के बाद पानी से अच्छी तरह से साफ कर लिया जाता है। इसके बाद कसावा जड़ की उपरी परत यानी छिलके को पिलिंग मशीन से निकाला जाता है और फिर से पानी में अच्छी तरह सो धोया जाता है।

फिर इस जड़ को क्रसिंग मशीन में डालकर अच्छी तरह से पानी मिलाकर पीस लिया जाता है। जब यह जड़ अच्छे से पीसने के बाद दूधिया रंग के पेस्ट में बदल जाता है। इसके बाद इस पेस्ट से शुद्ध स्टॉर्च और फाइबर और पानी को अलग करने के लिए बड़े से कंटेनर में कुछ दिनो के लिए रखा जाता है।

और अलग करने के बाद इस गूदे को तब तक सुखाया जाता है जब तक इसकी नमी 12% न रह जाए।  अब यह गूदा यानी स्टॉर्च बड़े-बड़े पार्टस में होता है, जिसे फिर से पीसा जाता है और मशीन के जरिए इन्हे साबूदाना के छोटे-छोटे दाने में बदल दिया जाता है।

साबूदाना का सूखा हुआ स्टार्च
साबूदाना का सूखा हुआ स्टार्च

इस तरह से टैपिओका की जड़ से साबूदाना बनता है और फिर इसकी पैकिंग करके मार्केट में भेजा जाता है।

क्या व्रत में साबूदाना खाना चाहिए? साबूदाना शाकाहारी है या मांसाहारी

कुछ सोशल मीडिया में ऐसे भ्रम भी फैलाए जाते है कि साबूदाना मांसाहारी की श्रेणी में आता है। लेकिन यह बिल्कुल गलत बात है साबूदाना शुद्ध शाकाहारी होता है। और यह किसी अनाज से नही बल्कि टैपिओका की जड़ से बनाया जाता है। दोस्तों साबूदाना मे कार्बोहाइड्रेट काफी मात्रा में पाया जाता है और इसके साथ ही कैल्सियम, फाइबर और कुछ मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है। जिससे तुरंत एनर्जी मिलती है और इसी कारण से व्रत में साबूदाना का चलन काफी ज्यादा हो गया।

साबूदाना खाने के फायदे – Sabudana ke fayade kya hai?

  • साबूदाना में कैल्सियम और मैग्नेशिय पाया जाता है जो कमजोर हड्डियों को मजबूत बनाने का काम भी करता है।
  • अगर आपको जल्दी थकान महसूस होती है तो साबूदाना से आपका एनर्जी लेवल बरकरार रखने में मदद करता है। इसलिए ब्रेकफास्ट के लिए साबूदाना बेहतर फूड है।
  • साबूदाना में काफी ज्यादा मात्रा में कॉर्बोहाइड्रेट पाया जाता है जो वजन बढ़ाने में मददगार होता है।
  • पेट की समस्याओं से राहत देता है।
  • बॉडी की मसल्स की ग्रोथ करने में मददगार होता है।

साबूदाना से क्या क्या बनाया जाता है?

भारत में साबूदाने का उपयोग अधिकतर पापड़, खीर और खिचड़ी बनाने में होता है। सूप और अन्य चीज़ों को गाढ़ा करने के लिये भी साबूदाने का उपयोग किया जाता है। सबसे ज्यादा साबूदाना का उपयोग व्रत में किया जाता है। साबूदाना पकने के बाद अपादर्शी से हल्का पारदर्शी, नर्म और स्पंजी हो जाता है।

FAQ. Sabudana Kaise Banta hai?

Q. क्या साबूदाना एक बीज है?

Ans. नही, इसे टैपिओका पेड़ की जड़ को पीस कर बनाया जाता है।

Q. साबूदाना शाकाहारी है या मांसाहारी

Ans. साबूदाना शुद्ध शाकाहारी है क्योंकि यह टैपिओका नाम के पेड़ की जड़ से बनाया जाता है।

Q. साबूदाना में सबसे ज्यादा क्या पाया जाता है?

Ans. कार्बोहाइड्रेट।

साबूदाना किससे बनता है ?

साबूदाना टैपिओका नामक पेड़ की जड़ को पीस कर बनाया जाता है।

तो दोस्तों उम्मीद करता हूँ कि अब आपको पता चल गया होगा कि साबूदाना शाकाहारी है या मांसाहारी और यह भी जाना की फैक्ट्री में Sabudana Kaise Banta hai? इस पोस्ट को उन दोस्तों के साथ शेयर कीजिए जो कहते हैं कि साबूदाना नही खाना चाहिए।


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Rohit Soni

Rohit Soni

Hello friends मेरा नाम रोहित सोनी (Rohit Soni) है। मैं मध्य प्रदेश के सीधी जिला का रहने वाला हूँ। मैंने Computer Science से ग्रेजुएशन किया है। मुझे लिखना पसंद है इसलिए मैं पिछले 5 वर्षों से लेखन का कार्य कर रहा हूँ। और अब मैं Hindi Read Duniya और कई अन्य Website का Admin and Author हूँ। Hindi Read Duniya पर हम उपयोगी, ज्ञानवर्धक और मनोरंजक जानकारी हिंदी में  शेयर करने का प्रयास करते हैं। इस website को बनाने का एक ही मकसद है की लोगों को अपनी हिंदी भाषा में सही और सटीक जानकारी  मिल सके।View Author posts

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