रोहित की कविताएं – Rohit ki Poem
रोहित की कविताएं –
साधन नही है, पर साधना है, नीद लगी है, पर जागना है। पॉव थके है, पर भागना है, संघर्ष से नही हारना है। कुछ है नही पर कुछ करना है, हूँ मैं कमजोर न किसी का सहारा…
रोहित की कविताएं –
साधन नही है, पर साधना है, नीद लगी है, पर जागना है। पॉव थके है, पर भागना है, संघर्ष से नही हारना है। कुछ है नही पर कुछ करना है, हूँ मैं कमजोर न किसी का सहारा…
न मौन रहो तुम न मौन रहें हम,
रहै खुशी, न रहे कभी गम।
भारत माता कहती हैं,
अब अत्याचार न सहती हैं।
सैनिकों के कदम बढ़ते हैं।
भारतमाता के जय करते हैं।।