OTP का उपयोग आप सब ज़रूर करते हैं, कभी पेमेंट करने के लिए तो कभी Login करते समय लेकिन क्या आपको OTP ka full form पता है? इस पोस्ट में OTP क्या है OTP का कांसेप्ट पहली बार किसने इस्तेमाल किया सब कुछ जानेंगे। इंटरनेट की दुनिया में ओटीपी एक बहुत ही सुरक्षित पासवर्ड होता है।
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OTP full form in hindi – ओटीपी का फुल फॉर्म क्या है?
OTP का फुल फॉर्म One Time Password होता है। OTP का इस्तेमाल हम सिर्फ एक बार ही कर सकते है। एक बार ओटीपी का इस्तेमाल कर लेने पर यह Expiry (नष्ट) हो जाता है। जिस कारण से यह काफी सुरक्षित माना जाता है।
otp meaning in hindi – ओटीपी क्या है, ओटीपी को हिंदी में क्या बोलते हैं?
OTP का मतलब होता है एक ऐसे सिक्योरिटी प्रोसेस से है जिसका इस्तेमाल करके यूजर की Authentication (पहचान) की पुष्टि की जाती है। ओटीपी को हिन्दी में ‘एक बार इस्तेमाल किया जाने वाला पासवर्ड कहते है’। OTP यानी One Time Password को मशीन द्वारा रैन्डम तरीके से जनरेट किया जाता है। जिसका इस्तेमाल केवल एक बार ही किया जा सकता है। इंटरनेट की दुनिया में ओटीपी सिस्टम एक बहुत ही सुरक्षित पासवर्ड होता है। क्योंकि यह हर समय बदलता रहता है।
कुछ लोगो का सवाल होता है कि ओटीपी कितने अंक का होता है ? तो आपको बता दें मूल रूप से ज्यादातर OTP 6 अंक के होते हैं, लेकिन किसी-किसी जगह पर इससे कम या ज्यादा भी इस्तेमाल में लिया जाता है। इसके अलावा कुछ Websites में ओटीपी कैरेक्टर के फॉर्म में भी आते है। और OTP की समय सीमा भी अलग अलग निर्धारित होती है। Average Time 3-15 मिनट होता है।
OTP के प्रकार
OTP के कई प्रकार के माडल तैयार किये गए है। जैसे-
SMS OTP: इस तरह के OTP को यूजर के मोबाइल नंबर पर SMS के माध्यम से भेजा जाता है। और यदि यूजर के मोबाइल नंबर पर इनकमिंग उपलब्ध नही है तो कुछ कंपनी के OTP को रिसीव करने में समस्या होती है।
Voice calling OTP: इस प्रकार के OTP को यूजर के मोबाइल नंबर पर कॉल करके रोबोट द्वारा Voice में बताया जाता है। इसमें भी इनकमिंग का प्रभाव पड़ता है।
Push OTP: इस तरह के ओटीपी को आधुनिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके यूजर्स के स्मार्ट फोन में सेंड किया जाता है। जिसे देखने के लिए यूजर को अपनी फोन स्क्रीन को नीचे की ओर स्वाइप करना होता है। और Push OTP स्क्रीन पर दिख जाती है।
Email OTP: ईमेल पता को वेरीफाइ करने के लिए दिए गए ईमेल पते पर एक OTP सेंड किया जाता है, जिसे Email OTP कहा जाता है। और इसे देखने के लिए यूजर के पास उस ईमेल का एक्सेस होना जरूरी होता है। अर्थात Email OTP को देखने के लिए आपको उस ईमेल को लॉगइन करना जरूरी होता है।
OTP की शुरुआत कहाँ से हुई?
OTP का कांसेप्ट सबसे पहले अमेरिका में शुरु हुआ था। बाद यह पूरे विश्व का लोकप्रिय सिक्योरिटी सिस्टम बन गया।
ओटीपी सुरक्षित क्यों माना जाता है?
जैसा कि OTP मशीन द्वारा कुछ समय के लिये रैन्डम तरीके से स्वतः ही जनरेट किये जाते हैं, और हर बार चेंज होते रहते है। इसलिए हैकर्स के लिए इसे हैक करना नामुंकिन हो जाता है। यही बजह है कि ओटीपी के कान्सेप्ट को इतना सुरक्षित माना गया है। और इसका इस्तेमाल लगभग सभी प्रकार की वेबसाइट, कंपनिया आदि अपनी सिक्योरिटी को मजबूत करने के लिए कर रही हैं।
OTP से जुड़ी कौन–कौन सी सावधानिया रखनी चाहिए?
- किसी भी प्रकार की OTP को किसी के साथ बिल्कुल भी शेयर नही करना चाहिए।
- अपने फोन में Unsecure Application को बिल्कुल भी इंसटॉल न करे।
- किसी भी ओटीपी को इंटर करने से पहले यह ज़रूर सुनिश्चित करें कि यह ओटीपी किस लिए है।
- सार्वजनिक जगहों पर OTP का इस्तेमाल करते समय प्राइवेसी का खास ख्याल रखें, वर्ना ओटीपी लीक हो सकता है।
- मात्र एक OTP से ही आपकी सारी जानकारी को एक्सेस किया जा सकता है। इसलिए किसी अनजान व्यक्ति या कंपनी की OTP को Verify न करें।
- अगर Mobile Banking का इस्तेमाल करते हैं तो आपको OTP का इस्तेमाल बहुत ही ध्यान पूर्वक करना चाहिए। क्योंकि कई लोग OTP के लीक होने से लाखों रूपये गँवा देते है।
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